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Showing posts from February, 2025

Nav Grah Shanti Kavach – ग्रह दोष निवारण का उपाय

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Nav Grah Shanti Kavach – ग्रह दोष निवारण और सफलता का रहस्य हिंदू ज्योतिष में नवग्रहों का विशेष महत्व है। ये नौ ग्रह व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। इन ग्रहों की सही स्थिति जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाती है, जबकि इनकी अशुभ स्थिति विभिन्न बाधाओं और कष्टों का कारण बन सकती है। आइए जानते हैं नवग्रहों और उनके स्वामियों के बारे में विस्तार से। नवग्रहों की शुद्धता (9 Pure Grah) और उनके उपाय नवग्रहों को पवित्र और संतुलित बनाए रखने के लिए विभिन्न उपायों का पालन किया जाता है। जब ग्रह अशुद्ध या दूषित हो जाते हैं, तो वे नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। ग्रहों की शुद्धता को बनाए रखने के लिए इन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है: सूर्य: प्रतिदिन प्रातः सूर्य को जल अर्पण करने से इसकी ऊर्जा शुद्ध बनी रहती है। गायत्री मंत्र का जाप करना भी शुभ होता है। चंद्र: मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए सोमवार को शिव पूजन करें। मोती धारण करना भी लाभकारी होता है। मंगल: मंगलवार को हनुमान जी की पूजा और लाल वस्त्र धारण करने से मंगल की शक्ति संतुलित रहती है। मसूर दाल और गुड़ का दान करें। बुध: ब...

Hanuman: God of Strength, Devotion, and Protection

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 Hanuman: God of Strength, Courage, and Devotion Lord Hanuman is one of the most loved and respected gods in Hinduism. He is known for his strength, courage, wisdom, and deep devotion to Lord Rama. Hanuman is considered the greatest devotee of Lord Rama and played a very important role in the epic story of Ramayana . People worship Hanuman because they believe he can remove fear, bring success, and protect them from evil . He is also called Bajrangbali, Pavanputra, Maruti, and Mahaveer , which show his great power and divine nature. Even today, millions of people chant his name, visit his temples, and read the Hanuman Chalisa to seek his blessings. Let’s take a deep look into Hanuman’s life, his powers, and why he is so important in Hinduism. The Birth of Hanuman Hanuman was born to Anjana , a female vanara (monkey) and Kesari , a strong and powerful monkey king. But Hanuman was not an ordinary monkey—he was blessed with divine powers because he was the son of Vayu, the Wind Go...

महाकुंभ गंगाजल 2025: क्यों है इतना खास और पवित्र

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महाकुंभ गंगाजल 2025: क्यों है इतना खास और पवित्र? महाकुंभ 2025 का आयोजन हरिद्वार और प्रयागराज में होने वाला है, और इस दौरान करोड़ों श्रद्धालु पवित्र गंगा में स्नान करेंगे। हिन्दू धर्म में गंगा को देवी के रूप में पूजा जाता है, और इसका जल (गंगाजल) अत्यंत पवित्र माना जाता है। खासकर महाकुंभ के दौरान एकत्र किया गया गंगाजल अद्वितीय होता है, जिसका वैज्ञानिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि महाकुंभ गंगाजल 2025 इतना खास क्यों है, इसकी पवित्रता का वैज्ञानिक आधार क्या है, और यह आस्था का प्रतीक कैसे बना। महाकुंभ गंगाजल 2025 का आध्यात्मिक महत्व 1. समुद्र मंथन और अमृत का संबंध पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन हुआ, तो अमृत कलश को लेकर चार स्थानों – हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक में कुछ बूंदें गिर गईं। इसी कारण इन स्थानों पर महाकुंभ का आयोजन होता है। ऐसा माना जाता है कि महाकुंभ के दौरान गंगा का जल अमृत तुल्य हो जाता है, जो पापों का नाश कर मोक्ष प्रदान करता है। 2. ग्रहों की विशेष स्थिति महाकुंभ का आयोजन तब होता है जब सूर्य,...